पटना: उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 123 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए. इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. उत्तर प्रदेश सरकार ने घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है. अब यह मामला बिहार भी पहुंच चुका है। पटना सिविल कोर्ट में सूरजपाल सिंह उर्फ भोले बाबा के खिलाफ परिवाद दायर कराया गया है, जिसमें भोले बाबा को मुख्य आरोपी बनाया गया है।
पूरा मामला
दरअसल, 2 जुलाई को उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ में सत्यसंग के दौरान भगदड़ मच गई थी. अब तक 123 लोगों की मौत हो चुकी है और दर्जनों लोग घायल हुए हैं. 2 जुलाई की देर रात ब्रजेश पांडे नामक व्यक्ति ने सिकंदराराऊ के हाथरस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें सिकंदराराऊ के दमदपुरा के रहने वाले मुख्य सेवादार देवप्रकाश को आरोपी बनाया गया है लेकिन सत्संग करने वाले भोले बाबा का नाम शामिल नहीं था।
सत्संग के समय मची भगदड़ में 121 लोगों की जान लेने वाले मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर को यूपी पुलिस ने शुक्रवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। उत्तर प्रदेश सरकार ने मधुकर के ऊपर 1 लाख रुपये का इनाम रखा था, दिल्ली के नजफगढ़-उत्तमनगर के बीच स्थित एक अस्पताल में मधुकर ने पुलिस के सामने सरेंडर किया, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। अदालत ने मधुकर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। अब इस मामले को लेकर पटना में परिवार दायर हुआ है। हादसे का मुख्य आरोपी सत्संग करने वाले भोले बाबा को बनाया गया है। परिवाद दायर करने वाले कृष्ण कुमार सिंह ने भोले बाबा के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने अदालत से सूरजपाल उर्फ भोले बाबा के खिलाफ केस चलाने की मांग की है।
ALSO READ
NEET UG PAPER LEAK मामले में कार्रवाई जारी! तीन आरोपियों को पटना से दिल्ली ले गई CBI