पटना: बिहार में पिछले 20 दिनों में करीब 12 पुलों के ढहने को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है. एक तरफ सत्ता पक्ष आरजेडी पर आरोप लगाता है तो दूसरी तरफ आरजेडी जदयू पर आरोप लगाता है. तेजस्वी यादव ने कहा कि यह विभाग 17-18 साल से जेडीयू के अधीन था और जो भी पुल टूट रहे हैं, वे उनके कार्यकाल में बने थे.
उन्होंने कहा कि 6 से 8 महीने तो विभाग में पैसा लाने में ही लग गए। अबतक तो हमलोगों ने सिर्फ पुल पास किया था। वो पुल या तो बनने शुरू हुए होंगे या टेंडर की प्रक्रिया चल रही होगी लेकिन 18 महीने के अलावा 17-18 साल तक यह विभाग जेडीयू के पास रहा। जो पुल गिर रहे हैं वह जेडीयू के टाइम के ही है।
उन्होंने कहा कि 6 से 8 महीने तो विभाग में पैसा लाने में ही लग गए। अबतक तो हमलोगों ने केवल पुल पास किया था। वो पुल या तो बनने शुरू हुए होंगे या टेंडर की प्रक्रिया चल रही होगी लेकिन 18 महीने के अलावा 17-18 वर्ष तक यह विभाग JDU के पास रहा। जो पुल गिर रहे हैं वह JDU के टाइम का ही है।
तेजस्वी ने कहा कि बिहार में पुल गिर रहे हैं, पेपर लीक हो रहे हैं। बिहार में लगातार अपराध की घटनाएं हो रही हैं। भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है। ऐसी डबल इंजन की सरकार जो भ्रष्टाचार में लिप्त है वह कुछ नहीं बोल रही है और ना ही पुलों के गिरने की कोई जिम्मेवारी लेने को तैयार है। देखो गजब खेल, “डबल इंजन सरकार का” एक इंजन भ्रष्टाचार में तो दूसरा अपराध में लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि जो लोग पेपर लीक करवा रहे हैं, जिन लोगों ने बेरोजगारी बढ़ाई है, जिन लोगों ने गरीबी बढ़ाई है, जिन लोगों ने महंगाई बढ़ाई और जिन लोगों के कार्यकाल में पुल गिरा आने वाले समय में बिहार की जनता इनको सत्ता में लौटने नहीं देगी। विदेश में बैठ कर ट्वीट करने के जेडीयू के आरोप पर तेजस्वी ने कहा कि ये लोग यहां बैठकर पुल गिरवा रहे हैं।
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