पटना डेस्क: जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर नागरिकों को निशाना बनाया गया है। आतंकियों ने इस बार वहां के स्थानीय नहीं बल्कि पर्यटकों को निशाना बनाया है। अनंतनाग जिले के मशहूर पर्यटक स्थल पहलगाम में इस घटना को अंजाम दिया गया है। इस आतंकी हमले में खबर लिखे जाने तक 26 लोगों के मारे जाने की खरब मिली थी, जबकि कई घायल पर्यटकों का इलाज जारी है।

टीआरएफ ने ली जिम्मेदारी
लश्कर-ए-तैयबा का सहयोगी माना जाने वाला अतंकी संगठन द रेसिस्टेंट फ्रंट (टीआरएफ) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। आतंकियों के इस घिनौने कृत्य की जितनी भी निंदा की जाए वो कम होगी। ये आतंकी हमला बैसरन घाटी के ऊपरी इलाके में हुआ है। अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पहले पर्यटकों के साथ इतने बड़े पैमाने पर आतंकी हमले ने कश्मीर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
आतंकी हमले की वैश्विक निंदा
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने मंगलवार को भारतीय प्रशासित कश्मीर में पर्यटकों पर हुए सशस्त्र हमले की “कड़ी” निंदा की, उनके प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने एक बयान में कहा, “महासचिव इस बात पर जोर देते हैं कि नागरिकों पर हमले किसी भी परिस्थिति में अस्वीकार्य हैं।”
श्रीलंका के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। श्रीलंका ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ दृढ़ता से खड़े रहने की बात कही।
वहीं अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि…”एक भयानक त्रासदी। कृपया पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना करने में मेरा साथ दें।“
व्हाइट हाउस के प्रेस सेक्रेटरी कैरोलीन लेविट ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की ओर से जानकारी दी गई है।
मोदी ने ट्रंप को दिया धन्यवाद
सरकारी सूत्रों के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने आज पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया और पहलगाम में हुए इस्लामी आतंकी हमले के पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। बातचीत के दौरान, राष्ट्रपति ट्रम्प ने हमले की कड़ी निंदा की, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ एकजुटता व्यक्त की, और संयुक्त राज्य अमेरिका से हर संभव समर्थन देने की पेशकश की। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति ट्रम्प को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और इस जघन्य और कायरतापूर्ण कृत्य के अपराधियों और उनका समर्थन करने वालों को न्याय के कटघरे में लाने के भारत के संकल्प को दोहराया।
आतंकवाद से लड़ने के लिए रूस की प्रतिबद्धता
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने संवेदना व्यक्त करते हुए, कहा कि ‘इस क्रूर अपराध का कोई औचित्य नहीं है’। माननीय राष्ट्रपति महोदया, माननीय प्रधानमंत्री जी, कृपया पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के दुखद परिणामों पर हमारी हार्दिक संवेदना स्वीकार करें, जिसके शिकार नागरिक थे – विभिन्न देशों के नागरिक। इस क्रूर अपराध का कोई औचित्य नहीं है। हमें उम्मीद है कि इसके आयोजकों और अपराधियों को उचित सजा मिलेगी। मैं आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों से लड़ने में भारतीय भागीदारों के साथ सहयोग को और बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराना चाहता हूं। कृपया मृतकों के प्रियजनों को हार्दिक सहानुभूति और समर्थन के शब्द, साथ ही सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की शुभकामनाएं दें।
आतंकवाद पर भारत के साथ सऊदी अरब
वहीं सऊदी अरब में भारतीय राजदूत सुहेल एजाज खान ने कहा, “कश्मीर में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले पर चर्चा की गई और क्राउन प्रिंस ने आतंकवादी हमले की निंदा की और इस संबंध में भारत को हरसंभव मदद की पेशकश की। आतंकवाद से संबंधित मुद्दों पर भारत और सऊदी अरब के बीच सहयोग है और हम साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे।”
भारत में यूएई के राजदूत अब्दुल नासर अलशाली ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा कि… “पहलगाम, जम्मू और कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले के पीड़ितों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है। मेरी प्रार्थनाएं भारत के लोगों के साथ हैं। मैं घायलों के शीघ्र और पूर्ण स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”
कैबिनेट सुरक्षा समिति के साथ पीएम की मीटिंग
जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले को लेकर पीएम मोदी अपने दो दिवसीय सऊदी अबर की यात्रा को बीच में ही छोड़ कर स्वदेश लौटने का फैसला किया। सूत्रों के मुताबिक बुधवार की सुबह कैबिनेट की सुरक्षा समिति के साथ मीटिंग करेंगे।
अपराधियों को कठोर परिणाम भुगतने होंगे
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस हमले को “कायरतापूर्ण” करार देते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने X पर लिखा, “पहलगाम, जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले से व्यथित हूं। मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। इस घृणित आतंकी कृत्य में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा, और हम अपराधियों पर सबसे कठोर परिणामों के साथ कार्रवाई करेंगे।” शाह ने बताया कि उन्होंने पीएम मोदी को घटना की जानकारी दी और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर पहुंच चुके हैं।
पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट: कांग्रेस
जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले पर कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गहरा दुख व्यक्त किया है। सोनिया गांधी ने कहा कि मैं बहुत दुखी और स्तब्ध हूं। हिंसा का सहारा लेना कायरतापूर्ण कार्य है, इसकी कड़ी निंदा की जानी चाहिए। मैं उन परिवारों का दर्द समझ सकती हूं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया। मैं उनके प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी प्रार्थना करती हूं। पूरा देश आतंक के खिलाफ एकजुट है। हम इन विभाजनकारी और हिंसक ताकतों को हराने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। हमें अतीत में मौजूद आतंक के खिलाफ व्यापक सामाजिक सहमति बनाने के लिए काम करने की जरूरत है। यह जरूरी है कि हमारे नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और क्षेत्र में शांति बहाल हो।
वहीं राहुल गांधी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले में पर्यटकों के मारे जाने और कई लोगों के घायल होने की ख़बर बेहद निंदनीय और दिल दहलाने वाली है। मैं शोकाकुल परिवारों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की आशा करता हूं। आतंक के खिलाफ पूरा देश एकजुट है। सरकार जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य होने के खोखले दावों के बजाय अब जवाबदेही लेते हुए ठोस कदम उठाए, ताकि आगे ऐसी बर्बर घटनाएं न होने पाएं और निर्दोष भारतीय यूं अपनी जान न गंवाएं।
आतंकी हमले पर क्या बोले जम्मू-कश्मीर के नेता
PDP प्रमुख महबूबा मुफ़्ती ने ट्वीट किया, “चैंबर एंड बार एसोसिएशन जम्मू ने पर्यटकों पर हुए भयानक आतंकवादी हमले के विरोध में कल पूर्ण बंद का आह्वान किया है। मैं सभी कश्मीरियों से अपील करती हूं कि वे पहलगाम में हुए क्रूर हमले में मारे गए निर्दोष लोगों के सम्मान में इस बंद का समर्थन करें। यह सिर्फ़ कुछ चुनिंदा लोगों पर हमला नहीं है – यह हम सभी पर हमला है। हम दुख और आक्रोश में एक साथ खड़े हैं और निर्दोष लोगों के नरसंहार की निंदा करने के लिए इस बंद का पुरजोर समर्थन करते हैं।”
वहीं ऑल पार्टीज हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष, मीरवाइज उमर फारूक ने कहा, “जो कोई भी एक निर्दोष आत्मा की हत्या करता है…यह ऐसा है जैसे उसने पूरी मानव जाति का वध कर दिया हो… ” कश्मीर के खून से लथपथ इतिहास में एक और नरसंहार का दिन, जब घूमने आए पर्यटकों को बेरहमी से और बहुत ही भयानक तरीके से मार दिया जाता है। कश्मीर के बेबस लोग उन त्रासदियों का दर्द और दुख जानते हैं, जिन्होंने आज अपने प्रियजनों को खो दिया है। इस तरह की क्रूरता को इस्लाम में घृणा की जाती है, जो अनिवार्य रूप से शांति और सद्भावना का धर्म है, और सभी मानवीय नैतिकता के खिलाफ है।
पहलगाम में पर्यटकों पर हुए हमले को जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने पाकिस्तान की सेना की करतूत बताया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में नागरिक सरकार जब-जब कमजोर होती है तो वहां की सेना इस तरह के हमले करवाती है। उन्होंने देश के लोगों से इस हमले का मिलकर मुकाबला करने की अपील की। उन्होंने कहा कि यही पाकिस्तान की हार होगी। उन्होंने कहा कि अगर हम हमले के बाद हिंदू-मुसलमान में लड़ें तो यह पाकिस्तान की जीत मानी जाएगी।
हमले की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा है कि आतंकियों के इस कायराना हमले से पूरा देश गुस्से में है और हमारे जवानों का खून खौल रहा है। मैं देश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि पहलगाम हमले के अपराधियों को उनके जघन्य कृत्य के लिए बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।