भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री प्रहलाद पटेल के जनता की मांगों को भीख कहने वाले बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या प्रदेश की जनता को सरकार भिखारी समझती है?

उन्होंने सरकार से स्पष्ट करने की मांग की कि क्या वह मंत्री के इस बयान से सहमत है। सिंघार ने कहा कि आम जनता के लिए काम करना सरकार और मंत्रियों की जिम्मेदारी है। जरूरतमंद और गरीब लोग जब अपनी समस्याओं को लेकर आते हैं, तो उन्हें भिखारी कहना अन्यायपूर्ण है।

कांग्रेस का पलटवार

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस बयान की निंदा करते हुए कहा कि यदि बीजेपी जनता की मांगों को भीख मानती है, तो जनता को यह सोचना चाहिए कि वोट मांगने वाली पार्टी उन्हें भिखारी कैसे कह सकती है?

मंत्री के बयान पर विवाद

दरअसल, मध्य प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल राजगढ़ जिले के सुठालिया में वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे। अपने भाषण के दौरान उन्होंने जनता द्वारा दिए जाने वाले आवेदन पत्रों को भीख करार दिया।

उन्होंने कहा, “अब तो लोगों को सरकार से भीख मांगने की आदत हो गई है।नेता आते हैं तो उनके हाथ में ढेर सारे कागज थमा दिए जाते हैं। यह अच्छी आदत नहीं है। हमें लेने के बजाय देने की मानसिकता विकसित करनी चाहिए। अगर ऐसा करेंगे तो समाज सुखी होगा और संस्कारित बनेगा। समाज को भिखारी बनाना उसकी मजबूती नहीं, बल्कि उसकी कमजोरी को दर्शाता है। मुफ्त की चीजों की ललक वीरांगनाओं का सम्मान नहीं हो सकता।”

कांग्रेस का सरकार पर हमला

मंत्री प्रहलाद पटेल के बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए सरकार को घेरा। विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने कहा, “प्रहलाद पटेल वरिष्ठ मंत्री हैं, लेकिन उन्होंने किस भावना से यह बयान दिया, यह स्पष्ट नहीं है। हालांकि, यदि कोई जनता की समस्याओं को रखता है, तो उसे भिखारी कहना गलत है। बीजेपी सरकार को इसे स्पष्ट करना चाहिए।”

सिंघार ने कहा कि सरकार को अपनी योजनाओं पर ध्यान देना चाहिए ताकि जनता को उनका लाभ मिल सके। जनप्रतिनिधियों के सामने लोग अपनी समस्याएं रखते हैं क्योंकि नीचे के स्तर पर अधिकारी उनकी नहीं सुनते। सरकार ने सीएम हेल्पलाइन बनाई है, लेकिन वहां भी न्याय नहीं मिल पा रहा है।

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