पटना डेस्क: आजकल की व्यस्त जीवनशैली और असंतुलित खानपान के कारण कई स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं। हाई बीपी, डायबिटीज जैसी बीमारियों के साथ-साथ किडनी स्टोन यानी पथरी की समस्या भी आम हो गई है। छोटे आकार की पथरी ज्यादा परेशानी नहीं देती, लेकिन जब यह बढ़ने लगती है, तो असहनीय दर्द का कारण बन सकती है।
किडनी शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जिसका काम खून को साफ करना और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालना है। लेकिन जब ये विषाक्त पदार्थ पूरी तरह से बाहर नहीं निकल पाते, तो धीरे-धीरे पथरी का रूप ले लेते हैं। समय पर इलाज न करने पर यह समस्या गंभीर हो सकती है और किडनी फेलियर का कारण भी बन सकती है।
किडनी स्टोन के लक्षणपेट और कमर के आसपास तेज दर्द
पेशाब करते समय जलन या दर्द
पेशाब में खून आनापे
शाब से दुर्गंध आना
लाल, गुलाबी या भूरा मूत्र
मतली और उल्टी आना
बार-बार पेशाब की इच्छा होना
बुखार और ठंड लगना
कम मात्रा में पेशाब आना
किडनी स्टोन में क्या खाएं?
1. तुलसी: तुलसी यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती है, जिससे किडनी स्टोन बनने का खतरा कम होता है।
2. पानी: पर्याप्त मात्रा में पानी (कम से कम 12 गिलास रोज) पीने से स्टोन आसानी से बाहर निकल जाता है।
3. नींबू का रस: इसमें साइट्रिक एसिड होता है, जो पथरी के आकार को कम करने में सहायक होता है।
किडनी स्टोन में इन चीजों से बचें
1. मांसाहारी भोजन: अंडा, मछली, चिकन, दालें और दही में ज्यादा प्रोटीन होता है, जो पथरी को बढ़ा सकता है।
2. कोल्ड ड्रिंक्स: इनमें फॉस्फोरिक एसिड अधिक होता है, जिससे स्टोन बनने का खतरा बढ़ जाता है।
3. नमक: ज्यादा नमक खाने से शरीर में कैल्शियम बढ़ता है, जो पथरी बनने का कारण बन सकता है।
4. विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ: ज्यादा विटामिन सी लेने से ऑक्सालेट बढ़ता है, जिससे स्टोन बनने की संभावना बढ़ जाती है।
इसके अलावा, पालक, सूखे मेवे, बीज और चाय में भी ऑक्सालेट अधिक होता है, इसलिए इनका सेवन सीमित करें।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।