नई दिल्ली: बुधवार को नव नियुक्त मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने अपने पद का कार्यभार संभाल लिया। इस दौरान उन्होंने मतदाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्र निर्माण की दिशा में पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम मतदान है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि चुनाव आयोग संविधान के दायरे में रहकर हमेशा मतदाताओं के साथ खड़ा रहेगा।

हर नागरिक को करना चाहिए मतदान

ज्ञानेश कुमार ने कहा कि लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए हर भारतीय नागरिक, जो 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुका है, उसे मतदान अवश्य करना चाहिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि चुनाव आयोग भारत के संविधान, चुनावी कानूनों और निर्देशों के अनुसार मतदाताओं के हितों की रक्षा करेगा।

चुनाव आयोग की नई टीम

1988 बैच के केरल कैडर के आईएएस अधिकारी ज्ञानेश कुमार, तीन सदस्यीय चुनाव आयोग में सबसे वरिष्ठ सदस्य हैं। इस पैनल में उनके साथ उत्तराखंड कैडर के अधिकारी सुखबीर सिंह संधू और विवेक जोशी भी शामिल हैं। विवेक जोशी ने भी कानून और न्याय मंत्रालय के निर्देशानुसार चुनाव आयुक्त के रूप में पदभार ग्रहण कर लिया है।

पूर्व CEC राजीव कुमार की विदाई

इससे पहले, राजीव कुमार मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में सेवानिवृत्त हुए। अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने असम के संसदीय और विधानसभा क्षेत्रों का परिसीमन करवाने में अहम भूमिका निभाई। वह 1984 बैच के बिहार/झारखंड कैडर के आईएएस अधिकारी थे और फरवरी 2020 में सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त हुए थे।

लोकतंत्र की रक्षा के प्रति प्रतिबद्धता

राजीव कुमार ने अपने विदाई भाषण में कहा कि चुनाव आयोग लोकतंत्र का मंदिर है और इसने पिछले 75 वर्षों में एक समृद्ध विरासत विकसित की है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि नई टीम इसे और ऊंचाइयों तक ले जाएगी।उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय लोकतंत्र मजबूत बना रहेगा और आने वाली पीढ़ियां इससे प्रेरणा लेंगी। उन्होंने विश्वास जताया कि चुनाव प्रक्रिया को और अधिक सशक्त बनाया जाएगा, जिससे लोकतंत्र की जड़ें और गहरी होंगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here