पटना: बिहार में सरकारी स्कूलों के हजारों शिक्षक अब अपने स्थानांतरण के लिए ऑनलाइन आवेदन कर चुके हैं। इन आवेदनों के आधार पर शिक्षकों का स्थानांतरण और पदस्थापन किया जाएगा। जनवरी के पहले सप्ताह (1 से 7 तारीख तक) में शिक्षकों को उनके आवंटित विद्यालय में योगदान देने के लिए कहा जाएगा। लेकिन इसके पहले शिक्षा विभाग ने तय किया है कि इन ऑनलाइन आवेदनों की स्क्रूटनी की जाएगी।
स्क्रूटनी के लिए बनाई गई 16 अधिकारियों की टीम
शिक्षा विभाग ने एक पत्र जारी कर यह बताया कि वे शिक्षक जो किसी विशेष कारण से अपने स्थानांतरण के लिए इच्छुक हैं, उनके ऑनलाइन आवेदन स्वीकार किए गए हैं। इसके बाद सरकार ने यह निर्णय लिया है कि इन फॉर्मों को चार चरणों में रखा जाएगा और उसी आधार पर ट्रांसफर किया जाएगा। इस प्रक्रिया को पूरी करने के लिए 16 अधिकारियों की एक टीम बनाई गई है।
टीम में शामिल अधिकारी
इस टीम में जिन अधिकारियों को जगह दी गई है, उनके नाम हैं: शाहजहाँ, जावेद अहसन अंसारी, विनिता, सुषमा कुमारी, नसीम अहमद, दीपक कुमार सिंह, दिवेश कुमार चौधरी, सचिन्द्र कुमार, अब्दुस सलाम अंसारी, नरेन्द्र कुमार, अमर कुमार, उर्मिला कुमारी, नीरज कुमार, संजय कुमार चौधरी, प्रिया भारती, और श्री वेंकट गोपाल।
ट्रांसफर प्रक्रिया के चार चरण
ट्रांसफर प्रक्रिया के तहत पहला चरण असाध्य रोगों वाले शिक्षकों, जैसे कैंसर, किडनी, हृदय और लिवर रोग, और विधवा शिक्षकों का ट्रांसफर किया जाएगा। दूसरे चरण में पति-पत्नी के पदस्थापन के आधार पर ट्रांसफर किया जाएगा। तीसरे चरण में वह शिक्षक जिनका वर्तमान पदस्थापन उनके इच्छित स्थान से दूर है, उनका ट्रांसफर होगा। और अंतिम चरण में पुरुष शिक्षकों के ट्रांसफर को प्राथमिकता दी जाएगी जिनका वर्तमान स्थान उनके इच्छित स्थान से बहुत दूर है।
































