नई दिल्ली: लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के समधी कैप्टन अजय सिंह यादव ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के साथ ही पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा भेजा है। हरियाणा से आने वाले अजय सिंह यादव को कांग्रेस का प्रमुख नेता माना जाता था। उन्होंने आज सोशल मीडिया पर कांग्रेस से अपने 70 साल पुराने रिश्ते को समाप्त करने का ऐलान किया।

कैप्टन अजय सिंह यादव हरियाणा में ओबीसी का बड़ा चेहरा रहे हैं। वे खुद पांच बार विधायक और हरियाणा सरकार में कई बार मंत्री रह चुके हैं। उनके पिता राव अभय सिंह भी कांग्रेस के विधायक थे, जबकि बेटे चिरंजीव भी कांग्रेस से विधायक रहे हैं। चिरंजीव की शादी लालू-राबड़ी की पुत्री धन्नु उर्फ अनुष्का से हुई थी। चिरंजीव राव 2019 में हरियाणा की रेवाड़ी सीट से विधायक चुने गए थे, लेकिन 2024 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।

हरियाणा चुनाव परिणाम से कांग्रेस में हलचल

कैप्टन अजय सिंह यादव ने सोशल मीडिया पर अपने इस्तीफे की जानकारी देते हुए कहा है कि पार्टी में उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया गया। वे पार्टी में खुद को नजरअंदाज किए जाने के कारण नाराज थे। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद उन्होंने पार्टी की खामियों का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद को लेकर जनादेश से पहले की लड़ाई एक बड़ी गलती थी और कांग्रेस नेता मामन खान पर भड़काऊ बयान देने का आरोप लगाया।

अजय सिंह यादव के इस्तीफे की चर्चा हरियाणा चुनाव परिणाम के बाद से चल रही थी। वे अहीरवाल क्षेत्र में एक बड़े नेता माने जाते हैं, लेकिन बीजेपी ने इस क्षेत्र की 11 में से 10 सीटों पर जीत हासिल की। अजय सिंह यादव के करीबी बताते हैं कि चिरंजीव राव के साथ कुछ पार्टी नेताओं ने भीतरघात किया था।

अजय सिंह यादव ने एक्स पर अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए लिखा, ‘कांग्रेस के ओबीसी विभाग के चेयरमैन और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए मैंने त्यागपत्र पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेज दिया है।’ उन्होंने लिखा कि 1952 से चले आ रहे रिश्ते को तोड़ना उनके लिए कठिन था।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस से उनके परिवार का 70 वर्षों से संबंध था। उनके पिता राव अभय सिंह 1952 में विधायक बने थे, और उन्होंने पारिवारिक परंपरा को जारी रखा। लेकिन सोनिया गांधी के अध्यक्ष पद से हटने के बाद से पार्टी में उनके साथ बुरा व्यवहार हो रहा था, जिससे वे निराश हैं।

बीजेपी में शामिल होने की संभावनाएं

राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि कैप्टन अजय सिंह यादव बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। हरियाणा में यादव वोट बैंक अब बीजेपी की ओर बढ़ चुका है, जिससे अजय सिंह यादव को कांग्रेस में अपने या बेटे चिरंजीव राव के लिए कोई भविष्य नजर नहीं आ रहा। चिरंजीव राव पहले हरियाणा युवा कांग्रेस के अध्यक्ष और विधायक रह चुके हैं।

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