पटना: बिहार के कटिहार जिले के मनिहारी प्रखंड के बघार पंचायत में कैंसर के मरीजों की संख्या में अचानक वृद्धि हुई है। यह गांव, जिसे ‘फौजी गाँव’ के नाम से भी जाना जाता है, अब कैंसर के मामलों के कारण चिंता का केंद्र बन गया है। पिछले एक साल में यहां 12 लोगों को कैंसर हो चुका है, जिनमें से 3 की मौत हो चुकी है। यह स्थिति ग्रामीणों के लिए बेहद भयावह है।
कैंसर का संभावित कारण: दूषित पानी?
बघार पंचायत के मुखिया पिंटू यादव और अन्य स्थानीय नेताओं ने बताया कि गांव के पानी में संभावित गड़बड़ी हो सकती है, जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के बढ़ने का कारण बन रही है। लोगों का मानना है कि जब तक पानी की गहन जांच नहीं की जाती, तब तक यह समस्या नहीं सुलझेगी। जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से तत्काल पानी की जांच कराने की मांग की है, यह सुनिश्चित करने के लिए कि पानी में कोई हानिकारक तत्व तो नहीं है।
कैंसर के मामलों में वृद्धि का रहस्य
गांव के लोग और नेता कैंसर के बढ़ते मामलों को पानी की गुणवत्ता से जोड़कर देख रहे हैं, लेकिन असली कारण जानने के लिए पानी की जांच आवश्यक है। विशेषज्ञों का मानना है कि क्षेत्र में कीटनाशकों और रसायनों का अत्यधिक उपयोग या पर्यावरण प्रदूषण भी कैंसर के मामलों में इजाफा कर सकते हैं।
ग्रामीणों की चिंताओं के मद्देनजर, प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए और इस संकट का समाधान निकालना चाहिए, ताकि गांव के लोग इस खतरनाक स्थिति से सुरक्षित रह सकें। लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उचित कदम उठाने की आवश्यकता है।