नई दिल्लीः आंध्र प्रदेश के श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर (तिरुपति) में प्रसाद लड्डू में जानवरों की चर्बी मिलने के मामले पर उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने भगवान से माफी मांगी है। उन्होंने आज से 11 दिनों की प्रायश्चित दीक्षा शुरू की है।
पवन कल्याण ने कहा कि मंदिरों को अपवित्र किया गया है और हिन्दू समाज चुप नहीं रहेगा। उन्होंने अफसोस जताया कि वे मिलावट के बारे में पहले क्यों नहीं जागरूक हो पाए। उन्होंने यह भी कहा कि यदि ऐसा किसी चर्च या मस्जिद में होता, तो देश में बवाल मच जाता। पवन कल्याण ने सोशल मीडिया पर लिखा कि वे इस घटना से गहरे दुखी हैं और भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि उन्हें और सभी भक्तों को शक्ति दें।

इस बीच, जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने भी घोषणा की है कि सभी मंदिरों की सफाई कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि लड्डुओं में पशु चर्बी की मिलावट को लेकर संतों और विशेषज्ञों से परामर्श किया जाएगा, ताकि इस मामले में उचित कार्रवाई की जा सके।
नायडू ने आरोप लगाया कि पिछली वाईएसआरसीपी सरकार ने भी तिरुपति लड्डुओं की गुणवत्ता से खिलवाड़ किया। उन्होंने कहा कि अयोध्या में भी तिरुपति के समान लड्डू बनाने की कोशिश की गई थी, लेकिन वहां सफल नहीं हो पाए।
पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर नायडू से इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने नायडू पर आरोप लगाया कि वे राजनीतिक लाभ के लिए करोड़ों लोगों की आस्था को ठेस पहुंचा रहे हैं और इस मामले की सच्चाई को उजागर करने की मांग की है।
इस विवाद ने धार्मिक और राजनीतिक माहौल में नई हलचल पैदा कर दी है, और अब देखना होगा कि प्रशासन इस मुद्दे का समाधान कैसे करता है।
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