पटना: बिहार में चल रहे भूमि सर्वेक्षण के काम में अमीन और कानूनगो की कैथी लिपि पढ़ने में समस्याएं आ रही हैं, जिसके कारण सर्वेक्षण में देरी हो रही है। इस स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने अमीनों और कानूनगों को कैथी लिपि की शिक्षा देने का निर्णय लिया है।
राज्य के 26 जिलों में अमीनों को कैथी लिपि का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण का आयोजन बीएचयू के रिसर्च स्कॉलर प्रीतम कुमार और छपरा के वकार अहमद द्वारा किया जाएगा। प्रशिक्षण तीन दिनों तक चलेगा और इसकी शुरुआत पश्चिमी चंपारण से होगी। विशेष सर्वेक्षण अमीन और कानूनगो इस प्रशिक्षण में भाग लेंगे, जो जिला बंदोबस्त कार्यालय द्वारा जिला मुख्यालय पर आयोजित किया जाएगा। प्रशिक्षण दो सत्रों में आयोजित किया जाएगा।
भूमि और राजस्व विभाग के निदेशक ने इस संबंध में पत्र जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि नवनियुक्त विशेष सर्वेक्षण अमीनों को कैथी लिपि का ज्ञान न होने के कारण प्रपत्र-5 के संधारण में कठिनाई हो रही है। इस समस्या को हल करने के लिए दो प्रशिक्षकों का चयन किया गया है, जो मिथिला, मगध और भोजपुर की पुरानी कैथी लिपि का प्रशिक्षण देंगे। पहले चरण में 19 तारीख तक पश्चिमी चंपारण में तीन दिनों का प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया जाएगा। इसके बाद, अन्य जिलों में भी अमीन और बंदोबस्त अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
राज्य सरकार ने जमीन सर्वेक्षण के आरंभ के बाद यह देखा है कि कई जिलों में कैथी लिपि जानने वालों की कमी है, जिससे पुराने दस्तावेजों को पढ़ने और सर्वेक्षण में दावे पेश करने में समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।
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