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मुंबई: एनसीपी (एसपी) के प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को कहा कि अयोध्या के लोगों ने लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार को हराकर दिखाया है कि वे ‘मंदिर की राजनीति’ को कैसे ठीक कर सकते हैं। बारामती में व्यापारियों की एक बैठक को संबोधित करते हुए, शरद पवार ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पांच साल पहले भाजपा ने 300 से अधिक सीटें जीती थीं, लेकिन इस बार उसकी सीटें घटकर 240 रह गईं, जो बहुमत से काफी कम है।

शरद पवार ने कहा, ‘‘मुझे लग रहा था कि राम मंदिर चुनावी एजेंडा होगा और सत्तारूढ़ दल को वोट मिलेंगे, लेकिन हमारे देश के लोग काफी समझदार हैं.’’ उन्होंने कहा कि जब लोगों को एहसास हुआ कि मंदिर के नाम पर वोट मांगे जा रहे हैं तो उन्होंने अलग रुख अपनाने का फैसला किया और बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा.

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘हम वोट मांगने के लिए मंदिर को चुनावी एजेंडे के रूप में इस्तेमाल किए जाने से डरे हुए थे, लेकिन अयोध्या के लोगों ने (बीजेपी उम्मीदवार को हराकर) दिखाया कि ‘मंदिर की राजनीति’ को कैसे ठीक किया जाए.’

नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू के लिए ये बोले थे शरद पवार

बता दें, इससे पहले शरद पवार ने कहा था कि हालिया लोकसभा चुनाव में लोगों ने सत्ता को एक या दो लोगों के हाथों में केंद्रित होने से रोकने के लिए वोट किया. उन्होंने कहा कि अगर सत्तारूढ़ भाजपा ने नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) का समर्थन किया, तोए न चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी और अन्य सहयोगी दलों का समर्थन नहीं मिलता तो उसके लिए 543 सदस्यीय लोकसभा में 272 का बहुमत आंकड़ा हासिल करना कठिन होता.

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