पटना: बिहार में अपराधियों का तांडव लगातार बढ़ता दिख रहा है। ऐसे में एक नया मामला राजधानी पटना से सामने आया है. जहां अपराधियों ने जेडीयू नेता को गोलियों से भून डाला. इस हत्या के बाद इलाके में दहशत और गम का माहौल है. जिसके बाद पटना में जेडीयू नेता सह प्रॉपर्टी डीलर सौरभ कुमार हत्या कांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है।
दरअसल, 24 अप्रैल को पुनपुन के बड़हियाकौल इलाके में जेडीयू नेता और जमीन उद्यमी सौरभ की हत्या की साजिश उनके तीन पूर्व सहयोगियों ने रची थी. इस घटना में पुलिस ने शूटर व्यक्ति समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है. इस अपराध के लिए 14 लाख रुपये की सुपारी दी गई थी. बचने के लिए साजिशकर्ता सौरभ के अंतिम संस्कार में पहुंचे और रोते बिलखते दिखे।
अब जिसके बाद रंगदारी को लेकर खबर सामने आई कि शुक्रवार की देर रात बिहार की राजधानी पटना के रामकृष्णानगर थानांतर्गत पिपरा इलाके में अपराधियों ने छड़ और सीमेंट व्यवसायी राजेश कुमार और इलेक्ट्रिक दुकानदार (दो सहोदर भाइयों) गजेंद्र कुमार (28) और शिवम कुमार (23) को गोली मार दी। इस घटना में एक की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि बाकी के दो लोग बुरी तरह से घायल है।
पूरा मामला
बता दें शुक्रवार की देर रात रामकृष्णनगर थाना क्षेत्र के पिपरा इलाके में बदमाशों ने रंगदारी के लिए व्यवसायियों की गोली मारकर हत्या कर दी. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों सहोदर भाइयों और राजेश की दुकान पिपरा बाजार में स्थित एक मार्केट के पास है। 10-15 की संख्या में अपराधी हथियार से लैस होकर आये। कुछ अपराधी पैदल और कई बाइक पर सवार थे।
अपराधी सबसे पहले राजेश कुमार के छड़-सीमेंट की दुकान में घुसे। वहां उनसे रंगदारी मांगी। यह देख इलेक्ट्रिक सामान बेचने वाले दोनों सहोदर भाई गजेंद्र और शिवम अपराधियों से भिड़ गये। इस पर अपराधियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। राजेश को सीने जबकि गजेंद्र को पीठ और शिवम को जांघ में गोली लगी है। गोलीबारी का पता चलते ही सैकड़ों की संख्या में आसपास के लोग वहां जमा हो गये। तब तक अपराधी भाग चुके थे।
वहीं, घटनास्थल पर पुलिस टीम देर रात तक गुस्साए लोगों को शांत कराने में लगी थी। राजेश लंबे समय से पिपरा इलाके में सीमेंट व छड़ बनाने का कारोबार करता था. सुरेश सिंह के बेटे राजेश शेखपुरा में परिवार के साथ रहते थे। जिस समय घटना हुई, वे दुकान बंद कर वापस घर लौटने की तैयारी में थे। इस घटना के बाद पुलिस टीम आसपास लगे CCTV कैमरों को खंगाल रही है। कैमरे में अपराधियों की तस्वीर मिली तो उनकी पहचान आसानी से हो सकती है।
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