लखनऊ: हाल ही में उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर घटना की जांच का जिम्मा एसआईटी को सौंपा गया था. 9 जुलाई की सुबह एसआईटी ने अपनी जांच रिपोर्ट सरकार को सौंप दी. एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर सीएम योगी ने बड़ी कार्रवाई की और एसडीएम और सीओ समेत छह अधिकारियों को निलंबित कर दिया है.
जानकारी के लिए बता दें, बीते 2 जुलाई को UP के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ में आयोजित एक सत्संग के समय भगदड़ मच गई। जिसमें 121लोगों की मौत हो गई, वहीं दर्जनों लोग घायल हो गए थे। उत्तर प्रदेश सरकार ने हादसे की जांच के लिए SIT का गठन किया था। SIT ने अपनी जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपी है। इस रिपोर्ट में सूरजपाल उर्फ साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा के नाम तक का जिक्र भी नहीं हुआ है।
एसआईटी रिपोर्ट में 119 लोगों के बयान दर्ज किए गए थे, जिनमें मृतकों और घायलों के परिजनों के साथ-साथ घटना के दिन ड्यूटी पर मौजूद डीएम, एसपी, एसडीएम, सीओ और पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं। एडीजी आगरा जिले और प्रमुख सचिव अलीगढ़ की अध्यक्षता में एसआईटी से जांच कराई गई। SIT की रिपोर्ट में आयोजन कमेटी के द्वारा अनुमति से ज्यादा लोगों को सत्संग में बुलाने, सुरक्षा को लेकर किसी तरह का इंतजाम नहीं करने और अनुमति देने के बावजूद प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा स्थल का निरीक्षण नहीं करने को घटना का जिम्मेवार बताया गया था। एसआईटी की रिपोर्ट पर योगी सरकार ने मामले में दोषी पाए गए एसडीए और सीओ समेत 6 अधिकारियों को निलंबित कर दिया है जबकि अभी कई और लोगों पर गाज गिरने की आशंका जताई जा रही है।
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